Commemorating the Shaheedi Diwas of Sardar Udham Singh

Commemorating the Shaheedi Diwas of Sardar Udham Singh

Under the able guidance of Sh. Balraj Kumar Bhasin, President, SDP Sabha & College Managing Committee, S.D.P Collegiate Girls Sr. Sec. School observes  the Shaheedi Diwas (Martyrdom Day) of Sardar Udham SinghJi,  a legendary figure in the Indian freedom struggle. As we remember Sardar Udham Singh, we honor his courage and dedication. His legacy serves as a reminder of the sacrifices made by many in the quest for India's independence. It also underscores the importance of upholding justice, equality, and human dignity in all aspects of life The program opened with a soulful rendition of “Ae Watan, Watan Mere Abaad Rahe Tu,” invoking a deep sense of pride and gratitude for the nation. This was followed by a series of performances that included classic patriotic songs like “Mere Desh Ki Dharti,” “Aye Mere Watan Ke Logon,” and “Vande Mataram,” each stirring the audience with their powerful messages of love for the country.  In addition to musical performances, students also recited poems that captured the essence of sacrifice and courage demonstrated by freedom fighters like Sardar Udham Singh. Notable among these was a recitation of "Sarfaroshi Ki Tamanna," a poignant reminder of the sacrifices made during India's struggle for independence. On this  occasion, the college principal Dr. Neetu Handa honored the sacrifices of our martyrs and paid homage to their unwavering courage and patriotism.


 सरदार उधम सिंह के शहीदी दिवस को याद करते हुए

एस.डी.पी.कॉलेज फॉर विमैन में सभाध्यक्ष श्री बलराज कुमार भसीन जी की प्रेरणा से आज यहां कॉलेज परिसर में प्रबंध समिति द्वारा ,एस.डी.पी कॉलेजिएट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान व्यक्तित्व सरदार उधम सिंह जी का शहीदी दिवस (शहीद दिवस) मनाया गया   जैसे ही हम सरदार उधम सिंह को याद करते हैं, हम उनके साहस और समर्पण का सम्मान करते हैं। उनकी विरासत भारत की स्वतंत्रता की तलाश में कई लोगों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाती है। यह जीवन के सभी पहलुओं में न्याय, समानता और मानवीय गरिमा को बनाए रखने के महत्व को भी रेखांकित करता है। कार्यक्रम की शुरुआत "ऐ वतन, वतन मेरे आबाद रहे तू" की भावपूर्ण प्रस्तुति के साथ हुई, जिसमें राष्ट्र के लिए गर्व और कृतज्ञता की गहरी भावना जागृत हुई। इसके बाद प्रदर्शनों की एक श्रृंखला शुरू हुई जिसमें "मेरे देश की धरती," "ऐ मेरे वतन के लोगों," और "वंदे मातरम" जैसे क्लासिक देशभक्ति गीत शामिल थे, जिनमें से प्रत्येक ने देश के प्रति प्रेम के अपने शक्तिशाली संदेशों से दर्शकों को उत्साहित किया।  संगीत प्रदर्शन के अलावा, छात्रों ने कविताएँ भी सुनाईं जिनमें सरदार उधम सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा प्रदर्शित बलिदान और साहस का सार समाहित था। इनमें से उल्लेखनीय था "सरफरोशी की तमन्ना" का पाठ, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान किए गए बलिदानों की मार्मिक याद दिलाता है। इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्य डॉ.नीतू हांडा ने हमारे शहीदों के बलिदान का सम्मान किया और उनके अटूट साहस और देशभक्ति को श्रद्धांजलि दी ।